नमस्कार दोस्तों आइए आज हम जाने बवासीर का घरेलू उपाय

 

बवासीर (Piles) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मलद्वार के आसपास की नसों में सूजन और दर्द हो जाता है। यह आंतरिक या बाहरी हो सकता है, और यह आमतौर पर कब्ज, वजन बढ़ने, या अत्यधिक दबाव डालने से होता है। बवासीर के घरेलू उपचार से राहत मिल सकती है, लेकिन गंभीर स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। यहाँ कुछ प्रभावी घरेलू उपाय दिए गए हैं:

1. ताजे फल और सब्जियाँ खाएं

बवासीर में कब्ज एक प्रमुख कारण हो सकता है, इसलिए फाइबर से भरपूर आहार लेना महत्वपूर्ण है। फल और सब्जियाँ जैसे कि केले, सेब, गाजर, और हरी पत्तेदार सब्जियाँ कब्ज को रोकने में मदद करती हैं और मल को नरम बनाती हैं, जिससे दर्द कम होता है।

2. तुलसी के पत्ते

तुलसी के पत्तों का सेवन बवासीर के इलाज में मदद करता है। तुलसी के कुछ ताजे पत्ते पानी के साथ मिलाकर पीने से सूजन कम होती है और दर्द में राहत मिलती है। तुलसी के पत्तों का रस भी बवासीर की सूजन को कम करने में प्रभावी होता है।

3. अलसी के बीज (Flaxseeds)

अलसी के बीज में फाइबर की अधिकता होती है, जो कब्ज को दूर करता है और बवासीर की समस्याओं को ठीक करता है। इसे पानी में भिगोकर या सीधे खा सकते हैं।

4. घी का सेवन

घी बवासीर के इलाज में मददगार हो सकता है। इसे हल्का सा गर्म करके, दूध के साथ सेवन करने से बवासीर के दर्द और सूजन में राहत मिलती है।

5. नारियल का तेल

नारियल का तेल बवासीर के बाहरी भाग में लगाने से सूजन और जलन कम हो सकती है। यह त्वचा को नरम रखता है और दर्द को कम करता है। इसके अलावा, नारियल तेल का सेवन आंतों को भी स्वस्थ रखता है।

6. ताजे अंगूर

अंगूरों में बहुत अधिक पानी होता है और ये कब्ज को दूर करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से अंगूर खाने से बवासीर में राहत मिल सकती है।

7. अदरक और शहद

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। अदरक का रस शहद के साथ मिलाकर दिन में एक या दो बार लेने से बवासीर में राहत मिलती है।

8. सेब का सिरका

सेब के सिरके में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह बाहरी बवासीर के लिए राहत प्रदान कर सकता है। इसे सीधे प्रभावित क्षेत्र पर लगाने या पानी में मिलाकर पीने से लाभ हो सकता है।

9. गर्म पानी से Sitz Bath

गर्म पानी में 10-15 मिनट तक बैठना (सिट्स बाथ) बवासीर के दर्द और सूजन में राहत दिलाता है। यह रक्त संचार को बढ़ाता है और मलद्वार के आसपास की मांसपेशियों को आराम देता है।

10. जड़ी-बूटियाँ

कुछ जड़ी-बूटियाँ जैसे कि हल्दी (anti-inflammatory) और आंवला (rich in Vitamin C) भी बवासीर के इलाज में उपयोगी हो सकती हैं। हल्दी को दूध में मिलाकर पीने से सूजन और दर्द में कमी आती है, जबकि आंवला का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।

11. पानी का अधिक सेवन

प्रत्येक दिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने से कब्ज की समस्या को रोका जा सकता है। इससे मल आसानी से बाहर निकलता है और बवासीर की संभावना कम होती है।

12. व्यायाम

सक्रिय रहना और नियमित व्यायाम करना कब्ज को रोकता है और आंतों को स्वस्थ रखता है। हल्का व्यायाम जैसे योग और तैराकी बवासीर के लक्षणों में सुधार ला सकते हैं।


महत्वपूर्ण सुझाव:

  • यदि बवासीर की समस्या गंभीर हो या लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
  • घरेलू उपचार के अलावा, अपनी दिनचर्या में सही आहार, व्यायाम, और स्वस्थ आदतें अपनाना महत्वपूर्ण है।

अगर आपको बवासीर की समस्या लगातार बनी हुई है या लक्षण गंभीर हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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