पथरी के दर्द को कैसे पहचाने आइए जानते है


पथरी (Stones) का दर्द एक गंभीर समस्या हो सकती है, जो गुर्दे (Kidney), पित्ताशय (Gallbladder), या मूत्राशय (Bladder) में पथरी होने पर उत्पन्न होती है। पथरी के दर्द को पहचानना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अचानक और तीव्र हो सकता है।

पथरी के दर्द के लक्षण और पहचान:

पथरी का दर्द आमतौर पर बहुत तेज और असहनीय होता है, और यह विभिन्न प्रकार की पथरी के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर महसूस हो सकता है। पथरी के दर्द की पहचान करने के लिए निम्नलिखित लक्षणों को ध्यान में रखा जा सकता है:

1. गुर्दे की पथरी (Kidney Stones):

  • तेज और स्पास्टिक दर्द (Severe and Cramping Pain): यदि पथरी गुर्दे में है, तो दर्द अक्सर पीठ के निचले हिस्से, पेट के किनारे, और पेट के निचले भाग में महसूस हो सकता है। यह दर्द स्पास्टिक (गांठनदार) हो सकता है, यानी यह कुछ समय के लिए तेज़ होता है और फिर थोड़ा कम हो जाता है, फिर से तेज़ होता है।
  • दर्द का फैलना: दर्द कभी-कभी गहरी पीठ के हिस्से से होते हुए पेट के निचले हिस्से और जांघों तक फैल सकता है, खासकर जब पथरी मूत्रवाहिनी (Ureter) से गुजर रही होती है।
  • मूत्र में खून (Hematuria): गुर्दे की पथरी के कारण मूत्र में खून आ सकता है, जिससे मूत्र का रंग गुलाबी या लाल हो सकता है।
  • बार-बार पेशाब आना: पथरी मूत्राशय तक पहुँचने पर पेशाब की आवृत्ति बढ़ सकती है, और पेशाब करते समय जलन या दर्द हो सकता है।
  • नौसिया और उल्टी (Nausea and Vomiting): पथरी के दर्द के साथ अक्सर मिचली और उल्टी का अनुभव हो सकता है, खासकर जब दर्द बहुत तेज होता है।
  • बुखार और ठंड लगना (Fever and Chills): अगर पथरी के कारण संक्रमण हो, तो बुखार और ठंड लगने जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जो स्थिति को गंभीर बना सकते हैं।

2. पित्ताशय की पथरी (Gallstones):

  • उपरी दाहिने पेट में दर्द (Pain in the upper right abdomen): पित्ताशय की पथरी के कारण दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में होता है। यह दर्द खाना खाने के बाद ज्यादा बढ़ सकता है, खासकर वसायुक्त या तला-भुना भोजन खाने के बाद।
  • पेट में भारीपन और सूजन (Bloating and fullness): पित्ताशय की पथरी के कारण पेट में भारीपन और सूजन महसूस हो सकता है, जिससे आराम नहीं मिलता।
  • पित्ती या त्वचा का रंग पीला होना (Jaundice): पित्ताशय की पथरी से पित्त नलिका में रुकावट आ सकती है, जिससे त्वचा और आंखों का सफेद हिस्सा पीला हो सकता है।
  • उल्टी और मिचली (Nausea and Vomiting): पित्ताशय में पथरी होने पर पेट में दर्द के साथ उल्टी और मिचली का अनुभव हो सकता है।

3. मूत्राशय की पथरी (Bladder Stones):

  • मूत्राशय में दर्द (Pain in the bladder): मूत्राशय की पथरी के कारण मूत्राशय में दर्द और असुविधा हो सकती है, जो आमतौर पर मूत्रालय में महसूस होती है।
  • पेशाब करते समय जलन (Burning sensation during urination): मूत्राशय में पथरी के कारण पेशाब करते समय जलन या दर्द महसूस हो सकता है।
  • मूत्र मार्ग में रुकावट (Difficulty urinating): मूत्राशय में पथरी के कारण पेशाब करने में परेशानी हो सकती है, और पेशाब के धारा में रुकावट भी आ सकती है।

पथरी के दर्द का कारण और पहचान:

पथरी का दर्द आमतौर पर तब होता है जब पथरी मूत्रवाहिनी (Ureter), मूत्राशय या पित्ताशय के नलिकाओं में फंस जाती है। जब पथरी नलिकाओं में रुकावट डालती है, तो वहां दबाव बनता है, जिससे दर्द होता है। यह दर्द तीव्र और असहनीय हो सकता है, खासकर जब पथरी बड़ी हो और किसी रास्ते में फंसी हो।

पथरी के दर्द को कैसे पहचाने और इलाज के उपाय:

1. घरेलू उपाय:

  • पानी का सेवन बढ़ाएं: पथरी को तोड़ने में मदद करने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। यह मूत्र का प्रवाह बढ़ा सकता है, जिससे पथरी बाहर निकलने में मदद मिल सकती है।
  • लहसुन और नींबू: लहसुन और नींबू का सेवन करने से पथरी की समस्या में आराम मिल सकता है। लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो पथरी को तोड़ने में मदद कर सकते हैं। नींबू का रस भी मूत्राशय को साफ करने में मदद कर सकता है।

2. चिकित्सा उपचार:

  • दवाइयां: पथरी के दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर दर्द निवारक दवाइयां जैसे इबुप्रोफेन या डाइक्लोफेनेक दे सकते हैं। साथ ही, अगर पथरी छोटी है तो डॉक्टर मूत्र प्रवाह को बढ़ाने वाली दवाइयां भी दे सकते हैं।
  • लिथोट्रिप्सी (Lithotripsy): यह एक गैर-आक्रामक तरीका है जिसमें ध्वनि लहरों का उपयोग करके पथरी को तोड़ा जाता है। यह उपचार विशेष रूप से गुर्दे और मूत्राशय की पथरी के लिए उपयोगी हो सकता है।
  • सर्जरी (Surgery): अगर पथरी बड़ी हो और उसे दवाइयों या लिथोट्रिप्सी से बाहर न निकाला जा सके, तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। इसमें पथरी को शरीर से निकालने के लिए सर्जिकल प्रक्रिया की जाती है।

3. आपातकालीन स्थितियां:

  • अगर पथरी के कारण बहुत तेज़ दर्द हो, खून आ रहा हो, या बुखार और ठंड लग रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ये संक्रमण या गंभीर स्थिति का संकेत हो सकते हैं, जो त्वरित उपचार की आवश्यकता है।

निष्कर्ष:

पथरी के दर्द को पहचानना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बहुत ही तीव्र और असहनीय हो सकता है। अगर पथरी के दर्द के साथ खून आना, जलन या मूत्र में बदलाव, उल्टी, बुखार, या गंभीर दर्द हो, तो आपको तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। पथरी के इलाज के लिए दवाइयां, लिथोट्रिप्सी और सर्जरी जैसे उपायों का सहारा लिया जा सकता है। 

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